सागर पुलिस सभी आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार करके ले आई है।

आईपीएल में ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टे का खेल जारी है। सटोरिए बुकी को एक कस्टमर बनाने पर 10% कमीशन दे रहे हैं। सट्टा खिलाने वाले को भी हर महीने 20 हजार रुपए सैलरी दी जा रही है।

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यह सब कुछ चल रहा है, दुबई और मुंबई से। सैकड़ों किलोमीटर दूर बैठे ये सटोरिए अलग-अलग टीमों के जरिए यह खेल, खेल रहे हैं। ऐसे ही अंतरराज्यीय गिरोह के 9 सदस्य सागर की मोतीनगर पुलिस के हाथ लगे हैं। ये सटोरिए महाराष्ट्र के ठाणे में बैठकर ऑनलाइन IPL क्रिकेट सट्‌टा ऑपरेट कर रहे थे।

सागर में अपने बुकी तैयार कर लोगों को सट्‌टे की आईडी बेच रहे थे। पूछताछ में ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टे के कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर पुलिस टीमें पड़ताल कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि जांच में क्रिकेट सट्‌टे के बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।

पुलिस से बात कर दैनिक भास्कर ने यह समझा कि आखिर यह पूरा नेटवर्क काम कैसे करता है? पढ़िए रिपोर्ट…

आरोपियों के पास से पासबुक, एटीएम, चेकबुक और मोबाइल जब्त किए गए हैं।

1 आरोपी की गिरफ्तारी से नेटवर्क का खुलासा दरअसल, सागर की मोतीनगर पुलिस ने 24 मार्च को राहतगढ़ बस स्टैंड के पास से मोबाइल पर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा खिलाते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए युवक ने अपना नाम आकाश पिता मुरलीधर सेजवानी (24), निवासी सिंधी कैंप, सागर बताया।

पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल फोन जब्त कर केस दर्ज किया और थाने लाकर पूछताछ की। आकाश ने बताया कि उसने करीब दो महीने पहले मुंबई के पास ठाणे से ऑनलाइन सट्टा खेलने की आईडी और पासवर्ड खरीदा था। इसके साथ ही उसने कुछ सटोरियों के नाम और ठिकानों की जानकारी भी पुलिस को दी।

जानकारी के आधार पर मोतीनगर पुलिस की एक टीम तत्काल ठाणे रवाना हुई। वहां स्थानीय पुलिस की मदद से सटोरियों के ठिकानों की लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन पुख्ता होते ही पुलिस ने दबिश दी और 8 सटोरियों को गिरफ्तार किया।

कार्रवाई के दौरान आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन, 9 चेक बुक, 3 पास बुक और 15 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं। इसमें लाखों रुपए के सट्टे का हिसाब-किताब भी शामिल है। सभी आरोपियों को सागर लाकर पूछताछ की जा रही है, जिससे सट्टा नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की जानकारी मिल सकती है।

ठाणे में किराए का कमरा लेकर चला रहे थे ऑनलाइन सट्‌टा सागर लाकर पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की। अब तक यह सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपियों का मुखिया राहुल देवानी था। वह पिछले करीब 4 महीने से महाराष्ट्र के ठाणे में किराए का कमरा लेकर ऑनलाइन सट्‌टा ऑपरेट कर रहा था।

इसके साथ ही सागर, कटनी, जबलपुर समेत अन्य शहरों में अपने बुकी तैयार कर रखे थे। बुकी को एक कस्टमर बनाने पर 10 प्रतिशत का कमीशन दिया जाता था। इस तरह आरोपियों ने प्रदेश में अपना नेटवर्क खड़ा कर रखा था।

सागर पुलिस आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार करके लाई है।

सागर पुलिस आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार करके लाई है।

आईडी फ्री, लिंक के जरिए पेमेंट लेकर देते थे क्वॉइन आरोपी ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टा खेलने के लिए कस्टमर को वॉट्सऐप और टेलीग्राम की मदद से आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराते थे। आईडी-पासवर्ड बिल्कुल फ्री देते थे। वहीं सट्‌टा लगाने रिचार्ज कराने के लिए वह मोबाइल पर ही लिंक देते थे।

लिंक के जरिए कस्टमर से पेमेंट लेते थे, बदले में वे उन्हें राशि के अनुसार क्वॉइन उपलब्ध कराते थे। इन्हीं क्वॉइन से कस्टमर आईपीएल की मैचों में हर बाल, चौका, छक्का, टीमों की जीत-हार पर दांव लगाया करते थे।

अन्ना रेड्‌डी और महादेव ऐप से संचालित आरोपी अन्ना रेड्‌डी बुक डॉट लाइव और महादेव ऐप से ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टा संचालित कर रहे थे। टेलीग्राम व वॉट्सऐप के माध्यम से कस्टमर को आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराते थे।

पुलिस सूत्रों की मानें तो ठाणे से गिरफ्तार आरोपियों का नेटवर्क छत्तीसगढ़ के भिलाई तक फैला है। आरोपियों ने ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टे का कारोबार शुरू करने से पहले 4 महीने तक इसकी बाकायदा ट्रेनिंग भी ली थी।

सभी दांव-पेंच सीखने के बाद उन्होंने महाराष्ट्र पहुंचकर अपनी टीम बनाई और ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टे का काला कारोबार शुरू किया था।

बता दें कि सितंबर 2024 में सागर के शनिचरी इलाके से पुलिस ने ऑनलाइन सट्‌टा खिलाते हुए छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाले 8 सटोरियों को पकड़ा था। उनमें शामिल कुछ आरोपियों के नाम हाल ही में पकड़े गए सटोरियों से जुड़ रहे हैं, जिनके संबंध में पुलिस पड़ताल कर रही है।

ये पूरा नेटवर्क दुबई से संचालित हो रहा है। इन बिंदुओं पर पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। जांच में बड़ा खुलासा हो सकता है।

सागर के राहतगढ़ बस स्टैंड के पास से पुलिस ने बुकी आकाश को पकड़ा था‌।

सागर के राहतगढ़ बस स्टैंड के पास से पुलिस ने बुकी आकाश को पकड़ा था‌।

आरोपियों से जब्त बैंक खातों की डिटेल मांगी सागर पुलिस ने आरोपियों से जब्त बैंक पास बुक, एटीएम के संबंध में बैंकों से जानकारी मांगी है। करीब 15 खातों को होल्ड कराया गया है। अब तक पुलिस के पास क्रिकेट सट्‌टे का करीब 15 लाख रुपए का हिसाब-किताब है। आरोपियों से जब्त बैंक खाते भी संदिग्ध हैं।

संभावना जताई जा रही है कि आरोपी बैंक खाते किराए पर लेकर ऑनलाइन सट्‌टे की राशि इधर-उधर करने में इस्तेमाल करते थे। वहीं जब्त मोबाइलों से पुलिस को ऑनलाइन सट्‌टा लगाने वालों की लंबी लिस्ट मिली है, जिसमें कई लोगों के नाम हैं।

जवाब नहीं मिलने पर डिलीट हो जाता है डेटा ऑनलाइन सट्‌टा खिलाने वाले आरोपी बेहद शातिर हो गए हैं। उन्होंने नकद पैसों का लेन-देन बंद कर दिया है। ज्यादातर वह पैसों का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते हैं। वहीं सट्‌टा ऐप पर लगातार सक्रिय रहते हैं।

एक लिंक ओपन होने पर अगर कुछ समय तक उस पर कोई एक्टिविटी नहीं होती है तो वह खुद बंद हो जाती है और डेटा डिलीट हो जाता है। साथ ही उस लिंक से ट्रांसफर किए गए पैसे संबंधित खातों से निकाल लिए जाते हैं, जिससे अगर पुलिस की कार्रवाई हुई तो पैसा नहीं पकड़ा जाता।

सट्‌टे का पूरा नेटवर्क खंगाल रही पुलिस मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया कि ऑनलाइन क्रिकेट सट्‌टा खिलाते हुए सागर से एक और महाराष्ट्र के ठाणे से 8 आरोपियों को पकड़ा है। 7 आरोपी कटनी के रहने वाले हैं। उनके कब्जे से बैंक खाते, एटीएम, मोबाइल व अन्य सट्‌टा सामग्री जब्त की हैं। आरोपी अन्ना रेड्‌डी और महादेव जैसे एप्स की मदद से क्रिकेट सट्‌टा खिला रहे थे।



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