ज्यादा शराब का सेवन: अत्यधिक शराब पीना लीवर सिरोसिस का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. शराब लीवर पर सीधा असर डालती है और लंबे समय तक सेवन से लीवर की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं. अगर आप रोज़ाना या सप्ताह में कई बार शराब पीते हैं, तो लीवर पर लगातार दबाव पड़ता है और स्कार टिश्यू बनने लगता है.

हेपेटाइटिस की दिक्कत: हेपेटाइटिस B और C वायरस लंबे समय तक शरीर में रहने पर लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं. इससे क्रॉनिक इंफेक्शन होता है और धीरे-धीरे लीवर सिरोसिस में बदल सकता है. समय-समय पर हेपेटाइटिस की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार वैक्सीन या इलाज करवाएं.

हेपेटाइटिस की दिक्कत: हेपेटाइटिस B और C वायरस लंबे समय तक शरीर में रहने पर लीवर को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं. इससे क्रॉनिक इंफेक्शन होता है और धीरे-धीरे लीवर सिरोसिस में बदल सकता है. समय-समय पर हेपेटाइटिस की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह के अनुसार वैक्सीन या इलाज करवाएं.

फैटी लिवर: गलत खानपान, ज्यादा जंक फूड और मोटापा लीवर में फैट जमा कर देता है. अगर यह फैट लंबे समय तक जमा रहे, तो यह लीवर को नुकसान पहुंचाकर सिरोसिस का कारण बन सकता है. संतुलित आहार लें, वजन नियंत्रित रखें और रोज़ाना एक्सरसाइज करें.

फैटी लिवर: गलत खानपान, ज्यादा जंक फूड और मोटापा लीवर में फैट जमा कर देता है. अगर यह फैट लंबे समय तक जमा रहे, तो यह लीवर को नुकसान पहुंचाकर सिरोसिस का कारण बन सकता है. संतुलित आहार लें, वजन नियंत्रित रखें और रोज़ाना एक्सरसाइज करें.

ज्यादा दवाइयों का सेवन: कुछ दवाइयां जैसे पेनकिलर्स, स्टेरॉयड या बिना डॉक्टर की सलाह के ली जाने वाली दवाएं लीवर पर दबाव डालती हैं. लंबे समय तक इनका गलत इस्तेमाल लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है. दवा हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें और अनावश्यक मेडिसिन का सेवन न करें.

ज्यादा दवाइयों का सेवन: कुछ दवाइयां जैसे पेनकिलर्स, स्टेरॉयड या बिना डॉक्टर की सलाह के ली जाने वाली दवाएं लीवर पर दबाव डालती हैं. लंबे समय तक इनका गलत इस्तेमाल लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है. दवा हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लें और अनावश्यक मेडिसिन का सेवन न करें.

केमिकल और प्रदूषण का असर: अगर आप ऐसे माहौल में काम करते हैं जहां केमिकल, पेंट, सॉल्वेंट्स या जहरीली गैसों का ज्यादा इस्तेमाल होता है, तो यह धीरे-धीरे लीवर को डैमेज कर सकता है. काम करते समय सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करें और डिटॉक्स डाइट अपनाएं.

केमिकल और प्रदूषण का असर: अगर आप ऐसे माहौल में काम करते हैं जहां केमिकल, पेंट, सॉल्वेंट्स या जहरीली गैसों का ज्यादा इस्तेमाल होता है, तो यह धीरे-धीरे लीवर को डैमेज कर सकता है. काम करते समय सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल करें और डिटॉक्स डाइट अपनाएं.

खराब डाइट और पोषण की कमी: जरूरी पोषक तत्वों की कमी लीवर की सेल रिपेयर प्रक्रिया को धीमा कर देती है. खासकर प्रोटीन और विटामिन की कमी से लीवर कमजोर हो जाता है. डाइट में हरी सब्जियां, फल, दालें और हेल्दी फैट शामिल करें.

खराब डाइट और पोषण की कमी: जरूरी पोषक तत्वों की कमी लीवर की सेल रिपेयर प्रक्रिया को धीमा कर देती है. खासकर प्रोटीन और विटामिन की कमी से लीवर कमजोर हो जाता है. डाइट में हरी सब्जियां, फल, दालें और हेल्दी फैट शामिल करें.

Published at : 15 Aug 2025 04:57 PM (IST)


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