Elon Musk On AI: टेस्ला के सीईओ एलन मस्क लगातार अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं. हाल में वे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मतभेद को लेकर काफी विवादों में रहे. अब उन्होंने जापान को लेकर एक ऐसा बयान दिया है, जिसकी दुनिया भर में चर्चा हो रही है. उन्होंने जापान के बारे में कहा कि यहां इस साल करीब दस लाख लोगों की जान जा सकती है. टेस्ला सीईओ ने आगे कहा कि इस समय अब केवल यहां के लोगों के लिए आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस ही सहारा बन सकता है.

उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर इसके पीछे की अपनी सोच साझा करते हुए कहा कि जन्म और मृत्यु में बड़ा अंतर इसकी वजह है. यह अंतर पिछले कुछ दशकों में काफी बढ़ चुका है.

फिर चर्चा में एलन मस्क

उन्होंने लिखा है कि बेशक जापान में जनसंख्या का कम होना एक देश के लिए बड़ा खतरा होगा, क्योंकि वहां वर्कफोर्स में कमी आएगी और हेल्थ इंडस्ट्री पर इसका दबाव बढ़ेगा. यह एक ऐसा जनसांख्यिकीय बदलाव होगा, जिसकी भरपाई सिर्फ एआई के सहारे ही की जा सकती है, ताकि बुजुर्गों को मदद दी जा सके.

मस्क ने कहा कि ऐसा नहीं है कि जापान की जनसंख्या हाल के दिनों में ही कम हुई है, बल्कि यह पिछले पांच दशकों का परिणाम है. कई जानकार और नीति निर्माता इस पर पहले ही मंथन कर चुके हैं कि कैसे जनसांख्यिकीय गिरावट के बीच आर्थिक संतुलन बरकरार रखा जा सके.

मस्क का मानना है कि इसका मुकाबला एआई के इस्तेमाल से किया जा सकता है. इसमें उम्रदराज लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने से लेकर श्रमशक्ति में इसके इस्तेमाल तक, देश का कायाकल्प हो सकता है.

जनसंख्या में असंतुलन जापान के लिए मुसीबत

गौरतलब है कि आंकड़े बताते हैं कि जापान में प्रजनन दर (fertility rate) काफी कम है. इसके साथ ही, बच्चों की देखभाल (childcare) काफी महंगी है. इन दो कारणों को जापान की जनसांख्यिकी में बदलाव की बड़ी वजह माना जा रहा है. जापान सरकार और मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल के वर्षों में यहां जन्म की तुलना में करीब 9 लाख ज्यादा मौतें हुई हैं.

इसके अलावा, जापान की जनसांख्यिकी में आए इस बदलाव के पीछे वजह यह भी है कि लोग शादियों और बच्चे करने में देरी करते हैं. उम्र बढ़ने के बाद बच्चों के जन्म में दिक्कत आती है.

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