How to Hold Newborn Baby : छोटे बच्चे अक्सर गोद में ही रहते हैं. उन्हें रोने से चुप कराने या सुलाने के लिए गोद में झुलाया जाता है. पैरेंट्स को लगता है कि बच्चा गोद में रहेगा, उसे घुमाएंगे तो वह शांत रहेगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोद में बच्चों को झुलाना या हिलाना कितना सुरक्षित है. दरअसल, बच्चे को गोद में रखने के दौरान कुछ ऐसी कॉमन गलतियां (Child Care Mistakes) होती हैं, जो उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. ऐसे में कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए…
छोटे बच्चे क्यों रोते हैं
डॉक्टरों और शिशु विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चों के रोने की एक नहीं कई वजहें हो सकती हैं. भूख लगने, गैस बनने, थकान होने या असहज महसूस होने से बच्चे रोते हैं. उनका रोना सुनकर गोद में लेकर हिलाना-डुलाना काफी आम होता है. ऐसा करने से बच्चा सेफ और कंफर्टेबल महसूस करता है, जिससे उसका रोना कम हो जाता है. इससे उन्हें सोने में भी आसानी हो सकती है लेकिन बच्चों को तेजी से झुलाना हानिकारक हो सकता है.
छोटे बच्चों को गोद में झुलाने के खतरे
1. झटका लगने, जान जाने का डर
पीडियाट्रिशियन के अनुसार, घर में महिलाएं अपने कलेजे के टुकड़े को सुलाने या खिलाने के लिए गोद में लेती हैं. उन्हें लगता है यह पोजिशन बच्चे के लिए अच्छी और आरामदायक हो सकती है लेकिन गोद में बच्चों को लेकर झुलाना नुकसानदेह हो सकता है. बच्चे को जोर-जोर से हिलाकर झूलाना बच्चे की ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है. इससे उन्हें गंभीर नुकसान हो सकता है. डॉक्टर्स का कहना है कि इससे शिशु को झटका लग सकता है. जिससे उसके ब्रेन से ब्लीडिंग हो सकती है. कई बार तो उसकी जान पर भी बन जाती है.
2. बच्चे की पीठ पर पड़ता है दबाव
डॉक्टर्स का कहना है कि अगर आप बच्चे को अक्सर ही गोद में रखते हैं तो इसके कई अन्य नुकसान भी हो सकते हैं. इससे बच्चे को गोद में रहने की आदत बन सकती है. जिसे छुड़ाना आसान नहीं होगा. बच्चे को गोद में ज्यादा देर तक रखकर हिलाने से उनकी पीठ पर दबाव भी बन सकता है.
3. बच्चे के सिर-गर्दन पर दबाव
बच्चे को गोद में रखकर झुलाने से उसके सिर और गर्दन पर दबाव पड़ सकता है, जो कि उसके लिए खतरनाक हो सकता है. बच्चे को ऊंचाई पर ले जाकर ऐसा करने से उसके गिरने का खतरा हो सकता है. बच्चे को तेजी से हिलाने से उसके शरीर का संतुलन भी बिगड़ सकता है.
बच्चों को गोद में लेने के दौरान क्या करें
1. एक्सपर्ट्स का कहना है कि बच्चों को गोद में ज्यादा देर तक न सुलाएं.
2. माता-पिता बच्चे को गोद में लेकर टहलते या झुलाते हैं तो धीरे-धीरे ही झुलाएं ताकि उसके शरीर में झटका महसूस न हो.
3. गोद में लेने के दौरान बच्चे को दोनों हाथों से पकड़ें ताकि उसके शरीर का संतुलन बना रहे.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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