एमएस धोनी भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं. उन्हीं की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 ODI वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. उनके साथ खेलकर कई सारे खिलाड़ियों ने इंटरनेशनल क्रिकेट में बहुत ऊंचा मुकाम हासिल किया है. इससे साफ हो जाता है कि धोनी प्लेयर्स की प्रतिभा का सही तरीके से इस्तेमाल करना अच्छे से जानते हैं.  2020 में धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास (MS Dhoni Retirement) ले लिया था, उससे अगले साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप में वो भारतीय टीम के मेंटॉर भी रहे. अब आकाश चोपड़ा ने एक ऐसे विषय पर चर्चा की है, जिसके बारे में पूरा भारतवर्ष जानना चाहता है.

अब वो समय भी शायद दूर नहीं जब एमएस धोनी IPL से भी रिटायरमेंट ले लेंगे. ऐसे में सवाल सामने आता है कि क्या अपने प्लेइंग करियर को विराम देने के बाद धोनी कभी भारतीय कोच बनने पर विचार करेंगे? भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि धोनी शायद कभी कोचिंग की जिम्मेदारी अपने कंधों पर नहीं लेंगे.

क्या टीम इंडिया के कोच बनेंगे एमएस धोनी?

अपने यूट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि एमएस धोनी कोचिंग देने में दिलचस्पी रखते हैं. कोचिंग की नौकती में कठिनाइयां होती हैं. कोचिंग में आपको वैसे ही व्यस्त रहना होता है, जैसे आप अपने क्रिकेट करियर के दिनों में हुआ करते थे. कभी-कभी जिम्मेदारियां उससे भी ज्यादा होती हैं.”

खिलाड़ी क्यों नहीं करते कोचिंग

आकाश चोपड़ा ने यह भी समझाया कि अधिकांश खिलाड़ी कोचिंग की नौकरी क्यों नहीं करते हैं. उन्होंने कहा, “आपका एक परिवार है, आप सोचते हैं कि आपने पूरी जिंदगी सूटकेस के साथ घूमते हुए बिताई है. तो अब उसी काम को क्यों करना. इसी कारण ज्यादातर खिलाड़ी कोचिंग की नौकरी नहीं करते हैं. वो अगर करते भी हैं तो IPL में सिर्फ 2 महीने के लिए. दूसरी ओर आप भारतीय टीम के कोच बनते हैं तो आपको साल में 10 महीने टीम के साथ रहना होगा. मुझे नहीं लगता कि धोनी के पास इतना समय होगा.”

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