सीने में दर्द: कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से धमनियों में प्लाक जमने लगता है, जिससे खून का प्रवाह बाधित होता है. इससे एंजाइना नामक स्थिति होती है, जिसमें सीने में दबाव या जलन महसूस होती है. यह हार्ट अटैक का शुरुआती संकेत हो सकता है.

पैरों में दर्द और सूजन: हाई कोलेस्ट्रॉल से ब्लड फ्लो कम हो जाता है, जिससे पैरों में दर्द, भारीपन और सूजन हो सकती है. यह पेरिफेरल आर्टरी डिज़ीज़ का लक्षण हो सकता है. पैरों में सुन्नपन या ठंडापन भी महसूस हो सकता है,

गर्दन और जबड़े में दर्द: कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदय की ओर जाने वाली रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं.इससे दर्द सिर्फ सीने में ही नहीं, बल्कि गर्दन और जबड़े तक फैल सकता है.अगर यह दर्द अचानक और तीव्र हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

सिरदर्द: कोलेस्ट्रॉल जमा होने से दिमाग तक खून का प्रवाह प्रभावित हो सकता है.इससे बार-बार तेज सिरदर्द या माइग्रेन जैसी समस्या हो सकती है.यह स्ट्रोक के खतरे का भी संकेत हो सकता है.

पीठ में दर्द: पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द कभी-कभी हृदय से जुड़ी समस्या का लक्षण हो सकता है.कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट पर दबाव पड़ता है, जिससे दर्द कंधों और पीठ तक फैल सकता है.अगर यह दर्द लगातार हो, तो जांच जरूरी है.

हाथों में दर्द और सुन्नपन: हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण खून का प्रवाह हाथों तक सही से नहीं पहुंच पाता.इससे हाथों में दर्द, कमजोरी और सुन्नपन हो सकता है.यह दिल की ओर जाने वाली धमनियों में ब्लॉकेज का संकेत हो सकता है.
Published at : 08 Aug 2025 06:21 PM (IST)