<p style="text-align: justify;">चावल हर घर में बनता है. वेज हो ​या फिर ​डिश नाॅनवेज, दोनों में ही इसका काॅ​म्बिनेशन नजर आता है. कई घरों में तो इसके बिना खाने की थाली ही अधूरी लगती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चावल ​जितना शरीर के लिए पोषक तत्वों से भरा होता है, उतना ही चावल के धोने से निकला पानी भी उपयोगी हो सकता है. इस पानी का सही तरीके से इस्तेमाल करके न केवल खाने का स्वाद बढ़ाया जा सकता है, ब​ल्कि ये अन्य घरेलू कामों में भी यूज किया जा सकता है. आइए जानते हैं इसे किस तरह यूज किया जा सकता है</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>ग्रेवी-सूप को गाढ़ा करने में मदद</strong></p>
<p style="text-align: justify;">सूप और ग्रेवी बनाने के दाैरान सबसे बड़ी चुनाैती इसकी कंसिस्टेंसी (गाढ़ापन) को लेकर रहती है. अ​धित पतला होने से इन दोनों ही डिश का न सिर्फ टेस्ट, ब​ल्कि टेक्सचर बिगड़ सकता है. ऐसे में चावल भिगोने या उबालने के बाद बचे हुए पानी का इस्तेमाल इसमें किया सकता है. इसमें मौजूद प्राकृतिक स्टार्च किसी भी तरल को गाढ़ा करने में मदद करता है, जिससे ग्रेवी और सूप ज्यादा स्वादिष्ट बनते है. चावल का पानी न सिर्फ इन्हें गाढ़ा करेगा, बल्कि उसका स्वाद बढ़ाने के साथ अच्छा टेक्सचर में भी सहायक साबित होता.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>रोटी बनेंगी नरम और स्वादिष्ट</strong></p>
<p style="text-align: justify;">उत्तर भारतीय घरों में रोटी के बिना तो खाने की थाली अधूरी है. ऐसे में अगर ये रोटी नरम के साथ स्वादिष्ट बन जाएं तो फिर खाने का स्वाद ही कई गुना बढ़ जाता है. इसके लिए साधारण पानी की जगह चावल भिगोने या उबालने के बाद बचे पानी का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस पानी में माैजूद स्टार्च, विटामिन और मिनरल्स आटे को बेहतर बनाते हैं, जिससे रोटियां ज्यादा मुलायम रहती हैं और जल्दी सूखती नहीं हैं.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>इडली-डोसा के बैटर में उठेगा अच्छा खमीर</strong></p>
<p style="text-align: justify;">साउथ इंडियन घर पर बनाने का हर किसी को शाैक होता है. ऐसे में इडली-डोसा के लिए सबसे अ​धिक जरूरी है कि अच्छा बैटर. इसको तैयार करने में चावल का पानी मदद कर सकता है. चावल भिगोने या उबालने के बाद बचे हुए पानी का बैटर तैयार करने में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस पानी के इस्तेमाल से बैटर में नेचुरल लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया की ग्रोथ होती है, जिससे फर्मेंटेशन तेज होता है. बैटर में बेहतर खमीर उठता है और इडली-डोसा ज्यादा फूले-फूले और स्पंजी बनते हैं. इसी तरह इसका इस्तेमाल पकाैड़े, चीला आदि तैयार करने में भी किया जा सकता है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>नैचुरल क्लीनर</strong></p>
<p style="text-align: justify;">चावल के पानी का एक नैचुरल क्लीनर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. चावल भिगोने या उबालने के बाद बचे हुए पानी में स्टार्च और हल्के एसिडिक गुण गंदगी और चिकनाई हटाने में मदद करते हैं. ऐसे में किचन की सफाई में इस्तेमाल किया जा सकता है. ये इको-फ्रेंडली भी होता है, जो केमिकल क्लीनर्स की तुलना में अ​धिक सेफ माना जा सकता है.</p>
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<p><strong>Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.&nbsp;</strong></p>



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