Inflation Update: आने वाले दिनों में माल ढुलाई की लागत बढ़ने के चलते महंगाई में बढ़ोतरी हो सकती है. ट्रकों के किराये में जनवरी महीने में 4 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के प्रमुख मार्गों पर ट्रक किराये में जनवरी 2025 में अच्छा सुधार हुआ है जिसका कारण सर्दियों के फलों और सब्जियों का आना है. 

एनबीएफसी श्रीराम फाइनेंस के मासिक बुलेटिन के मुताबिक, जनवरी-मार्च तिमाही आमतौर पर काफी व्यस्त अवधि होती है, जिसमें रबी की फसल के बाद कृषि गतिविधि में तेजी आती है और कई क्षेत्रों में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होती है. इसमें बताया गया कि ट्रक किराये की बात करें तो दिल्ली-मुंबई-दिल्ली मार्ग पर चार प्रतिशत, मुंबई-कोलकाता-मुंबई मार्ग पर 3.7 प्रतिशत और दिल्ली-हैदराबाद-दिल्ली और कोलकाता-गुवाहाटी-कोलकाता मार्ग पर मासिक आधार पर किराये में 3.3 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. 

रिपोर्ट के मुताबिक गतिविधि में इस तेजी के चलते पिछले महीने माल वाहक, कार्गो थ्री-व्हीलर के साथ-साथ यात्री बसों, मैक्सी कैब और कृषि ट्रेलरों जैसे वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. इसमें कहा गया है कि मासिक आधार पर, जनवरी में माल वाहक की बिक्री में 41 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई. तिपहिया (माल) और यात्री बसों की बिक्री में 32 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि मैक्सी कैब की बिक्री में 59 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई.

इसके अतिरिक्त, रबी की फसल के मौसम में कृषि ट्रेलर की बिक्री में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि मोटर कार की बिक्री में 54 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई और दोपहिया वाहनों की बिक्री में महीने-दर-महीने आधार पर 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
 इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र में, पिछले महीने ईवी दोपहिया वाहनों की बिक्री में 21 प्रतिशत और ईवी कार की बिक्री में 16 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.

श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी वाई एस चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘किराये की दरों में वृद्धि लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है. इस वृद्धि का श्रेय सर्दियों के फलों और सब्जियों के आगमन को दिया जा सकता है, जिसने परिवहन और भंडारण सेवाओं की आवश्यकता को बढ़ा दिया है.’’ उन्होंने कहा कि हालांकि, देश के अधिकांश हिस्सों में चल रही शीत लहर की स्थिति ने वाहनों की आवाजाही पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है, जिससे आपूर्ति श्रृंखला में कुछ व्यवधान पैदा हुए हैं.

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