India’s Most Valuable Brand: टाटा ग्रुप भारत का सबसे वैल्यूएबल ब्रांड बन गया क्योंकि इसकी ब्रांड वैल्यू में 10 परसेंट का इजाफा हुआ है. ब्रांड वैल्यूएशन कंसल्टेंसी फर्म ब्रांड फाइनेंस की लेटेस्ट इंडिया 100 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पहला भारतीय ब्रांड है जिसने 30 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है. 

देश के GDP ग्रोथ का कंपनियों को मिलेगा फायदा

इंडिया 100 रैंकिंग का टोटल ब्रांड वैल्यू करीब 236.5 बिलियन डॉलर है. रिपोर्ट में बताया गया कि FY26 के लिए देश का जीडीपी ग्रोथ 6-7 परसेंट के बीच रहने का अनुमान है. घरेलू स्तर पर डिमांड बढ़ने, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप और पूंजीगत व्यय के आधार पर वैश्विक अस्थिरता से निपटते हुए भारतीय कंपनियां इस मौके का लाभ उठाने की स्थिति में है. 

दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं ये कंपनियां 

जोमैटो, जिसे अब इटरनल के नाम से रीब्रांड किया गया है, ने 1 बिलियन डॉलर के ब्रांड वैल्यू के साथ ब्रांड फाइनेंस इंडिया 100 2025 की लिस्ट में 39वें पोजीशन पर है. खास बात यह है कि भारत के 10 सबसे वैल्यूएबल ब्रांड के वैल्यू में दोहरे अंक की वृद्धि देखी गई है. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंफोसिस का नाम है. यानी कि इंफोसिस भारत की दूसरी सबसे वैल्यूएबल कंपनी है, जिसकी ब्रांड वैल्यू 15 परसेंट उछलकर 16.3 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. रैंकिंग में तीसरे नंबर पर HDFC ग्रुप है, जिनकी ब्रांड वैल्यू 37 परसेंट बढ़कर 14.2 बिलियन डॉलर हो गया. 

लिस्ट में ये भी शामिल

रैंकिंग में चौथे नंबर पर  LIC है, जिसकी ब्रांड वैल्यू 35 परसेंट बढ़कर 13.6 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि HCLTech की ब्रांड वैल्यू 17 परसेंट की उछाल के साथ 8.9 बिलियन डॉलर हो गया. Larsen & Toubro Group की ब्रांड वैल्यू 3 परसेंट बढ़कर 7.4 बिलियन डॉलर हो गया. यह नौवां सबसे वैल्यूएबल ब्रांड है. टॉप 10 में महिंद्रा ग्रुप भी शामिल है, जिसकी ब्रांड वैल्यू 7.2 बिलियन डॉलर है. इस साल अडानी ग्रुप सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाले ब्रांड के रूप में उभरा है, जिसकी ब्रांड वैल्यू में 82 परसेंट की तेजी आई है. 

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