SBI launches QIP: सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक एसबीआई शेयर और बॉन्ड जारी कर 45,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा. इसमें से 25,000 करोड़ रुपये की राशि क्लालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (क्यूआईपी) के जरिये जुटाई जाएगी. बुधवार को एसबीआई का क्यूआईपी खुल गया है. शेयर बाजार को दी गई सूचना में एसबीआई ने बताया है कि चालू वित्त वर्ष (2025-26) के दौरान घरेलू निवेशकों को बॉन्ड जारी करके 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाएगा.
इसके अलावा, एसबीआई ने बुधवार को क्यूआईपी के ज़रिये संस्थागत खरीदारों को 811.05 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर शेयर बेचने की शुरुआत की. बैंक ने कहा कि वह न्यूनतम मूल्य पर 5 प्रतिशत तक की छूट दे सकता है.
क्यूआईपी के जरिए 25000 करोड़ की योजना
बैंक क्यूआईपी के ज़रिये 25,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना बना रहा है. ये न्यूनतम मूल्य बैंक के बुधवार को बंद हुए शेयर भाव 831.55 रुपये से 2.46 प्रतिशत कम है. चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक निर्गम या निजी नियोजन के माध्यम से तीन अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपये) तक की धनराशि जुटाने को एसबीआई के केंद्रीय बोर्ड ने मई में मंजूरी दी थी. इसके बाद, शेयरधारकों ने जून में इसे मंजूरी दे दी थी.
एसबीआई ने आखिरी बार 2017-18 में क्यूआईपी के जरिये 15,000 करोड़ रुपये जुटाए थे. बीएसई पर एसबीआई का शेयर 1.81 प्रतिशत बढ़कर 831.55 रुपये पर बंद हुआ.
क्यों लाया जा रहा क्यूआईपी?
दरअसल, क्यूआपी लाकर एसबीआई की तरफ से अपनी बैंक बैलेंस शीट को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है. मार्च 2027 तक बैंक ने कॉमन इक्विटी टियर-1 का अनुपात 12 प्रतिशत और सीआरएआर को 15 प्रतिशत करने का टारगेट रखा है. लिस्टेड कंपनियों के लिए क्यूआईपी होता है, जिसके जरिए कोई भी कंपनी बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड, विदेशी संस्थागत निवेशकों से क्यूआईपी को शेयर जारी कर पूंजी जुटाती है. सबसे खास पात ये है कि रिटेल इन्वेस्टर सीधे क्यूआईपी में हिस्सा लेने के पात्र नहीं होते.
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