Wealth Of Rich Indians: देश में करोड़पतियों की संख्या (Number Of Crorepati’s) में जोरदार उछाल आया है. पिछले पांच वर्षों में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई करने वाले भारतीयों की संख्या में 63 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च (Centrum Institutional Research) ने अपने एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी है. रिपोर्ट के मुताबिक सालाना 5 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाने वालों की संख्या 49 फीसदी की उछाल के साथ 58,200 हो गई है. 

31,800 व्यक्तियों की कमाई 10 करोड़ रुपये से ज्यादा 

एएनआई के हवाले से सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च की ये रिपोर्ट सामने आई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक 10 करोड़ रुपये सालाना से ज्यादा कमाने वाले व्यक्तियों की संख्या में पिछले पांच वर्षों में 63 फीसदी का उछाल आया है.  इस रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में 31,800 व्यक्ति ऐसे हैं जो सालाना 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहे हैं और पिछले पांच वर्षों वित्त वर्ष 2018-19 से लेकर 2023-24 के बीच इन लोगों की संख्या में भारी उछाल देखने को मिली है.

10 लाख लोगों की कमाई 50 लाख रुपये से ऊपर  

सेंट्रम इंस्टीट्यूशनल रिसर्च के मुताबिक सालाना 50 लाख रुपये से ज्यादा कमाने वाले भारतीयों की संख्या में 25 फीसदी का उछाल आया है और करीब 10 लाख ऐसे लोग हैं जो 50 लाख रुपये से ज्यादा सालाना कमाई करने वालों के ब्रैकेट में आते हैं. रिपोर्ट के मुताबिक 10 करोड़ रुपये से ज्यादा सलाना कमाई करने वालों की संख्या में वित्त वर्ष 2018-19 से लेकर 2023-24 के बीच साल दर साल 121 फीसदी का उछाल आया है और ऐसे लोगों की कुल संपत्ति 38 लाख करोड़ रुपये पर जा पहुंची है. 5 करोड़ रुपये से ज्यादा सलाना कमाई करने वालों की संख्या साल दर साल 106 फीसदी बढ़ी है और इस कैटगरी में आने वालों की कुल संपत्ति 40 लाख करोड़ रुपये हो गई है. 50 लाख रुपये से ज्यादा सालाना कमाने वालों की संख्या में 64 फीसदी का उछाल आया है और पांच वर्षों में इनकी संपत्ति 49 लाख करोड़ रुपये हो गई है. 

2028 तक 2.2 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा होगी HNI’s की संपत्ति

रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स (High Net Worth Individuals) और अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स (Ultra High Net Worth Individuals) का कुल फाइनेंशियल एसेट्स भारत में 2023 के 1.2 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2028 तक 2.2 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगी. 2023-2028 के दौरान इस कैटगरी में आने वालों की संपत्ति में सालाना 13 से 14 फीसदी का उछाल देखने को मिलेगा. रिसर्च रिपोर्ट में बताया गया है लोगों की आमदनी में इस तेज उछाल के बावजूद केवल 15 फीसदी संपत्ति ही प्रोफेशनल्स द्वारा मैनेज किया जाता है जबकि विकसित देशों में ये संख्या 75 फीसदी है. 

ये भी पढ़ें 

मोतीलाल ओसवाल फाउंडेशन ने पेश की परोपकार की मिसाल, IIT Bombay को दान किए 130 करोड़ रुपये



Source link