क्या भूनने के बाद अलसी के पोषण कम या ज्यादा हो जाते हैं. आखिर दोनों (Roasted vs Raw Flax Seeds) में कौन सा इस्तेमाल करें. आइए जानते हैं भूनी हुई और कच्ची अलसी में कौन ज्यादा फायदेमंद है…

अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड अच्छी-खासी मात्रा में होते हैं. हार्ट की हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं और सूजन को कम करते हैं. इन बीजों में फाइबर भरपूर होता है जो पाचन में मदद करने के साथ वजन को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.

एक्सपर्ट्स के अनुसार, अलसी के बीजों में घुलनशील फाइबर पाया जाता है, जो भूख को कम कर वजन घटाने का काम करता है. लिग्नांस नाम का कंपाउंड के साथ अलसी के बीज कुछ कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं. इसके अलावा ब्लड शुगर कंट्रोल करते हैं, जिससे डायबिटीज मरीजों के लिए ये फायदेमंद माने जाते हैं. विटामिन और खनिजों समेत आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर अलसी के बीज ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाने का काम करते हैं.

कच्चे अलसी के बीज अपने अधिकतम पोषण को बनाए रखते हैं. ओमेगा -3 फैटी एसिड, फाइबर और आवश्यक पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत होते हैं. जबकि भुने हुए अलसी के बीजों को उनके बेहतर स्वाद के लिए जाना जाता है. इसमें भी पोषण भरपूर पाया जाता है. यही कारण है कि स्वाद के साथ पोषण में भुनी अलसी को ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है.

अगर आप अलसी के बीज का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं तो उसे भूनने से बचना चाहिए. अलसी के बीज को पीसकर पाउडर बनाकर सेवन कर सकते हैं. दरअसल, इन बीजों को भूनने से गर्मी और हवा के संपर्क में आ जाते हैं, जिससे तेल ऑक्सीकरण हो जाता है और अधिक भूनने से कार्बोनाइजेशन भी हो सकता है. तेल बासी होने पर बीज का स्वाद भी बदल जाएगा और उसका पोषण भी कम हो जाएगा और आपको बीमार भी बना सकते हैं.

भूनने से अलसी के बीजों का स्वाद बदल सकता है, जिससे उन्हें कम पसंद किया जा सकता है. कच्चे बीज अपने स्वाद को बनाए रखते हैं. जिससे उन्हें अलग-अलग डिश में शामिल कर सकते हैं.
Published at : 16 Apr 2025 08:17 AM (IST)