Indian Economy: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बीते 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच देश की इकोनॉमी की रफ्तार धीमी होने की संभावना जताई जा रही है. मूडीज रेटिंग्स ने 6 मई को कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था 2025 में पिछले साल के 6.7 परसेंट के मुकाबले 6.3 परसेंट की धीमी रफ्तार के साथ आगे बढ़ सकती है.
IMF और वर्ल्ड बैंक का लगाया गया अनुमान
इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और वर्ल्ड बैंक ने भारत की अर्थव्यवस्था के लिए क्रमश: 6.2 और 6.3 परसेंट विकास दर का अनुमान लगाया था.
इकोनॉमी पर इन चीजों का गहरा असर
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने अपने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक के मई अपडेट में कहा है, ”वैश्विक आर्थिक नीतियों को लेकर अनिश्चितता का उपभोक्ता, व्यापार और वित्तीय गतिविधियों पर बुरा असर पड़ने की संभावना है.” इसमें आगे कहा गया, ”कुछ चीजों से टैरिफ हटने और इसमें कुछ समय तक के लिए लगाई गई रोक के बावजूद नीतिगत अनिश्चितता और व्यापार तनाव, खासतौर पर अमेरिका और चीन के बीच, वैश्विक व्यापार और निवेश को प्रभावित कर सकते हैं, जिसका असर जी-20 पर भी पड़ेगा. अनुमान है कि 2026 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.5 परसेंट की दर से बेहतर प्रदर्शन करेगी.”
किस आधार पर मूडीज ने लगाया अनुमान?
इस ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा, व्यापार अनिश्चितताओं के अलावा, बढ़ते तनाव से ग्रोथ धीमा पड़ सकता है. एजेंसी ने आगे कहा, भू-राजनीतिक तनाव हमारे आधारभूत पूर्वानुमानों के लिए एक और संभावित नकारात्मक जोखिम है. हाल के दिनों में, दक्षिण एशिया में भारत और पाकिस्तान तथा दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपींस के बीच तनाव बढ़ गया है. इनके अलावा, रूस और यूक्रेन के बीच कुछ मुद्दे अनसुलझे रह गए हैं, मिडिल ईस्ट में भी तनाव है.
मूडीज रेटिंग्स ने कहा, “निवेशकों और व्यवसायों की लागत बढ़ने की संभावना है, क्योंकि वे निवेश, अपने कारोबार का दायरा बढ़ाने/या कच्चे माल के लिए सप्लाई पर निर्णय लेते समय नई भू-राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखेंगे.” हालांकि, मूडीज कीमतों के मोर्चे पर आशावादी है और उसने 2025 में महंगाई की दर 4 परसेंट और 2026 में 4.3 परसेंट रहने का अनुमान लगाया है.
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