लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि पपीता सभी लोगों के लिए फायदेमंद नहीं होता. कुछ लोगों के लिए यह नुकसानदायक भी साबित हो सकता है. खासकर अगर इसे ज्यादा मात्रा में या अधपका खाया जाए. एक्सपर्ट्स के अनुसार इन 5 तरह के लोगों को पपीता खाने से बचना चाहिए.

प्रेगनेंसी में अधपका या आधा पका पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. इसमें लेटेक्स और पपेन ज्यादा मात्रा में होते हैं, जो गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकते हैं. इससे प्रीमैच्योर डिलीवरी या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं. इसलिए डॉक्टर आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को पपीते से पूरी तरह परहेज़ करने की सलाह देते हैं.

प्रेगनेंसी में अधपका या आधा पका पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. इसमें लेटेक्स और पपेन ज्यादा मात्रा में होते हैं, जो गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकते हैं. इससे प्रीमैच्योर डिलीवरी या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं. इसलिए डॉक्टर आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को पपीते से पूरी तरह परहेज़ करने की सलाह देते हैं.

पपीते में कुछ प्राकृतिक कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर में मेटाबॉलिज्म के दौरान हाइड्रोजन साइनाइड छोड़ सकते हैं. सामान्य लोगों के लिए यह हानिकारक नहीं होता, लेकिन जिनको हार्ट से जुड़ी समस्या है, उनके लिए यह खतरनाक हो सकता है. ज्यादा पपीता खाने से हार्ट रिद्म बिगड़ सकता है.

पपीते में कुछ प्राकृतिक कंपाउंड पाए जाते हैं, जो शरीर में मेटाबॉलिज्म के दौरान हाइड्रोजन साइनाइड छोड़ सकते हैं. सामान्य लोगों के लिए यह हानिकारक नहीं होता, लेकिन जिनको हार्ट से जुड़ी समस्या है, उनके लिए यह खतरनाक हो सकता है. ज्यादा पपीता खाने से हार्ट रिद्म बिगड़ सकता है.

अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है तो पपीता खाने से बचना चाहिए. दरअसल पपीते में मौजूद प्रोटीन, लेटेक्स में पाए जाने वाले प्रोटीन से काफी मिलते-जुलते हैं. ऐसे में शरीर क्रॉस-रिएक्शन कर सकता है, जिससे खुजली, छींक या सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतें हो सकती हैं

अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है तो पपीता खाने से बचना चाहिए. दरअसल पपीते में मौजूद प्रोटीन, लेटेक्स में पाए जाने वाले प्रोटीन से काफी मिलते-जुलते हैं. ऐसे में शरीर क्रॉस-रिएक्शन कर सकता है, जिससे खुजली, छींक या सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतें हो सकती हैं

थायरॉयड की समस्या वाले लोगों को भी पपीते से दूरी रखनी चाहिए. इसमें मौजूद कुछ तत्व थायरॉयड हार्मोन के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं. इससे थकान, सुस्ती और ठंड असहनीय होने जैसे लक्षण और बढ़ सकते हैं.

थायरॉयड की समस्या वाले लोगों को भी पपीते से दूरी रखनी चाहिए. इसमें मौजूद कुछ तत्व थायरॉयड हार्मोन के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं. इससे थकान, सुस्ती और ठंड असहनीय होने जैसे लक्षण और बढ़ सकते हैं.

पपीते में विटामिन C ज्यादा पाया जाता है. सामान्य लोगों के लिए यह फायदेमंद है, लेकिन जिन्हें पहले से किडनी स्टोन की समस्या है उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है. दरअसल ज्यादा विटामिन C शरीर में ऑक्सालेट बनाता है, जो कैल्शियम से मिलकर किडनी स्टोन बना सकता है.

पपीते में विटामिन C ज्यादा पाया जाता है. सामान्य लोगों के लिए यह फायदेमंद है, लेकिन जिन्हें पहले से किडनी स्टोन की समस्या है उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है. दरअसल ज्यादा विटामिन C शरीर में ऑक्सालेट बनाता है, जो कैल्शियम से मिलकर किडनी स्टोन बना सकता है.

Published at : 24 Aug 2025 06:35 PM (IST)


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