भारत में सर्वाइकल के मरीजों की दिन पर दिन संख्या बढ़ती ही जा रही है. सर्वाइकल कैंसर के पीछे का सबसे बड़ा कारण पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई में कमी बताई जा रही है. 21वीं शताब्दी के बावजूद आज भी भारत में कई ऐसे जगह हैं जहां पर पीरियड्स के दौरान महिलाएं कपड़ों का इस्तेमाल करती हैं. कपड़े के साथ एक सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि लोग इसे घंटों लगाए रहते हैं. जिसे इंफेक्शन होने का काफी ज्यादा डर रहता है. हाल के सालों में हुए सर्वे से पचा चला है कि महिलाओं को मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान हाइजीन का खास ख्याल रखना चाहिए. अगर ऐसा नहीं करते हैं तो ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) बैक्टीरिया का शिकार हो सकते हैं. 

एचपीवी इंफेक्शन का बढ़ जाता है खतरा

जिन महिलाओं में प्री कैंसर या कैंसर मिला है उनमें मेंस्ट्रअल हाइजीन काफी खराब रही है. इसके कारण उनमें इंफेक्शन का खतरा काफी ज्यादा रहता है. इंफेक्शन बढ़ने के कारण वह कैंसर की चपेट में आ जाती है. एचपीवी इन्फेक्शन यूं तो अपने आप ठीक हो जाती है नहीं कुछ समय बाद पुअल मेंस्ट्रूअल हाइजीन के कारम इंफेक्शन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में बदल जाता है. 

सैनिट्री पैड और कपड़ा दोनों में से कौन है ज्यादा खतरनाक?

लेकिन वहीं दूसरी तरफ यह भी कही जाती है कि सैनिट्री पैड में जिन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है. उससे भी सर्वाइकल कैंसर का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. अगर इसकी कपड़ा से तुलना करें तो इससे रैशेज होने की संभावना कम रहती है लेकिन अगर एक ही कपड़े को बहुत देर तक लगाकर रखे हुए हैं तो इससे इंफेक्शन होने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. इसके कारण रैशेज और असुविधा भी हो सकती है. लेकिन लीक का खतरा भी काफी ज्यादा रहता है. 

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कपड़े का इस्तेमाल-बहुत सारी महिलाएं आज भी सूती कपड़ों का इस्तेमाल करती हैं. ऐसा करना भी वजाइनल हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है.पीरियड्स में कपड़ों के इस्तेमाल से सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.

पैड ना बदलना-अगर आप हर 4 या 6 घंटे पर पैड नहीं बदलती हैं तो इससे भी परशानी हो सकती है.पीरियड्स में समय पर प्रोडक्ट ना बदलना यूटीआई औऱ कई तरह के संक्रमण का कारण बन सकता है.संक्रमण के चलते आप शॉक्ड सिंड्रोम का शिकार भी हो सकती हैं.

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पीरियड ट्रैक ना करना- हमेशा पीरियड्स को ट्रैक करें.ऐसा करने से आप हमेशा अपने साथ प्रोडक्ट ले कर चलेंगी औऱ आपको किसी तरह की असुविधा नहीं होगी.इसके साथ ही पीरियड्स के फ्लो पर भी ध्यान देना जरूरी है ताकी आप खुद को इसके लिए तैयार कर पाएं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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