Lung Cancer Test : दिल्ली-NCR की हवा में घुलता जहर फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ा रहा है. स्टमक और ब्रेस्ट कैंसर के बाद तीसरा सबसे कॉमन कैंसर लंग्स से जुड़ा है. आंकड़ों पर गौर करें तो दुनिया में हर साल 20 लाख से ज्यादा लोग फेफड़ों के कैंसर की चपेट में आते हैं. जिनमें से करीब 18 लाख लोगों की मौत हो जाती है.

लंग कैंसर (Lung Cancer) का सीधा कनेक्शन धूम्रपान से है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि धूम्रपान यानी स्मोकिंग न करने वालों (नॉन-स्मोकर्स) में भी इसका खतरा देखने को मिल रहा है. इनमें युवा और महिलाएं ज्यादा हैं. इस कैंसर की अगर सही समय पर पहचान कर ली जाए तो इसके खतरों को टाला भी जा सकता है. आज हम आपको एक ऐसी टेक्नीक बताने जा रहे हैं, जिससे सिर्फ 5 सेकेंड में घर पर ही पता कर सकते हैं कि किसी को फेफड़ों का कैंसर है या नहीं…

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लंग्स कैंसर के लक्षण 

1. लंबे समय तक खांसी या खांसने पर आवाज बदलना

2. सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज निकलना

3. खांसते समय मुंह में खून आना.

4. वजन तेजी से घटना

5. भूख कम लगना

6. सांस की नली में सूजन और संक्रमण

7. कंधे, पीठ और पैरों में दर्द 

लंग्स कैंसर की पहचान के लिए टेस्ट

चेस्ट एक्सरे

लंग बायोप्सी

घर पर लंग्स कैंसर की पहचान कैसे करें

डायमंड फिंगर टेस्ट से 5 सेकेंड में लंग्स कैंसर की पहचान की जा सकती है. इस टेस्ट में अंगूठे और तर्जनी को एक साथ लाकर देखना होता है कि कहीं इनके बीच कोई जगह तो नहीं बन रही है. अगर जगह नहीं बनती है तो यह फिंगर क्लबिंग का साइन होता है, जो लंग्स कैंसर का संकेत हो सकता है. कैंसर रिसर्च यूके के मुताबिक, नॉन-स्मॉल सेल लंग कैंसर वाले 35% से ज्यादा लोगों में कंडीशन देखी गई है. क्लबिंग, लंग्स, हार्ट और पाचन सिस्टम में समस्याओं का संकेत हो सकता है.

फेफड़ों के कैंसर से बचने के लिए क्या करें

धूम्रपान से दूरी बनाएं.

संतरे, कीनू, आड़ू, और गाजर जैसे फूड्स खाएं.

ऐसे में करना क्या है, यह भी समझ लीजिए

सुबह-शाम पॉल्यूशन ज्यादा होता है, ऐसे में खुले की बजाय घर के कमरों में एक्सरसाइज करें.

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