लंबे समय तक जूते पहनने से पैर एक ही पोजीशन में बंद रहते हैं. इससे मांसपेशियों में जकड़न और कमजोरी आने लगती है, जिससे पैरों की लचक कम हो जाती है.

जो जूते सही फिट के नहीं होते या जिन्हें बहुत कसकर बांधा जाता है, वे पैरों के लिए नुकसानदायक हैं. इससे न सिर्फ दर्द होता है, बल्कि स्किन भी डैमेज होने लगती है.

जो जूते सही फिट के नहीं होते या जिन्हें बहुत कसकर बांधा जाता है, वे पैरों के लिए नुकसानदायक हैं. इससे न सिर्फ दर्द होता है, बल्कि स्किन भी डैमेज होने लगती है.

जूते और स्किन के बीच लगातार रगड़ होने से त्वचा पर लाल चकत्ते, जलन और छाले हो सकते हैं. समय रहते ध्यान न देने पर ये और भी गंभीर हो सकते हैं.

जूते और स्किन के बीच लगातार रगड़ होने से त्वचा पर लाल चकत्ते, जलन और छाले हो सकते हैं. समय रहते ध्यान न देने पर ये और भी गंभीर हो सकते हैं.

लंबे समय तक बंद जूते पहनने से पसीना ज्यादा होता है. इससे बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं, जो दाद-खाज जैसी स्किन प्रॉब्लम का कारण बनते हैं.

लंबे समय तक बंद जूते पहनने से पसीना ज्यादा होता है. इससे बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं, जो दाद-खाज जैसी स्किन प्रॉब्लम का कारण बनते हैं.

अगर पैर जूते के अंदर लंबे समय तक बंद रहते हैं, तो उनमें हवा नहीं पहुंचती. इससे बदबू बढ़ जाती है और बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा भी.

अगर पैर जूते के अंदर लंबे समय तक बंद रहते हैं, तो उनमें हवा नहीं पहुंचती. इससे बदबू बढ़ जाती है और बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा भी.

मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विकास बासा ने इसको लेकर मीडिया से बात की थी, वे बताते हैं कि लंबे समय तक जूते पहनने से पैर एक निश्चित पोजीशन में बंद रहते हैं, जिससे पैरों की मांसपेशियां सख्त और कमजोर होने लगती हैं. यह लगातार जकड़न पैरों की स्वाभाविक मूवमेंट को कम कर देती है और समय के साथ दर्द, कमजोरी और कई अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है. वह कहते हैं कि जो जूते फिट नहीं होते या जिन्हें बहुत कसकर बांधा जाता है, वे पैरों के लिए और ज्यादा हानिकारक साबित होते हैं क्योंकि इससे पैरों को हिलने-डुलने की जगह नहीं मिलती और स्किन रगड़ने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है.

मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिक ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विकास बासा ने इसको लेकर मीडिया से बात की थी, वे बताते हैं कि लंबे समय तक जूते पहनने से पैर एक निश्चित पोजीशन में बंद रहते हैं, जिससे पैरों की मांसपेशियां सख्त और कमजोर होने लगती हैं. यह लगातार जकड़न पैरों की स्वाभाविक मूवमेंट को कम कर देती है और समय के साथ दर्द, कमजोरी और कई अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है. वह कहते हैं कि जो जूते फिट नहीं होते या जिन्हें बहुत कसकर बांधा जाता है, वे पैरों के लिए और ज्यादा हानिकारक साबित होते हैं क्योंकि इससे पैरों को हिलने-डुलने की जगह नहीं मिलती और स्किन रगड़ने से इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है.

आरामदायक और सही साइज के जूते पहनें. पैरों को समय-समय पर खुला छोड़ें ताकि हवा लग सके. पैरों की साफ-सफाई पर ध्यान दें और अगर किसी तरह की परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

आरामदायक और सही साइज के जूते पहनें. पैरों को समय-समय पर खुला छोड़ें ताकि हवा लग सके. पैरों की साफ-सफाई पर ध्यान दें और अगर किसी तरह की परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

Published at : 01 Aug 2025 05:52 PM (IST)

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