किडनी हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से हैं. यह रक्त को साफ करने, शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखने और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने का काम करती हैं. जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करती, तो शरीर कुछ शुरुआती संकेत देता है. ये संकेत हमेशा किडनी के पास नहीं होते और अक्सर अन्य हिस्सों में दर्द या असुविधा के रूप में दिखाई देते हैं.
किडनी में समस्या होने पर शरीर के कई हिस्सों में दर्द महसूस हो सकता है, जैसे कमर, पेट, ग्रोइन, पैर और कभी-कभी छाती. ये दर्द किडनी स्टोन, इन्फेक्शन या क्रॉनिक किडनी डिजीज के कारण हो सकते हैं. शुरुआती लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके और गंभीर जटिलताओं से बचा जा सके.
कमर (फ्लैंक एरिया)
कमर के निचले हिस्से, खासकर रिब्स और हिप्स के बीच वाले फ्लैंक एरिया में दर्द किडनी डैमेज का सबसे आम संकेत है.
लक्षण
- एक या दोनों तरफ सुस्त या भारी दर्द
- तेज़, चुभने वाला दर्द जो कभी-कभी लहरों में आता है
- आराम या पोज़िशन बदलने से राहत नहीं
क्यों होता है
जब किडनी में सूजन, संक्रमण या ब्लॉकेज होता है, तो दर्द पीठ तक फैल सकता है. इसे अक्सर मसल पेन समझ लिया जाता है, लेकिन किडनी का दर्द स्ट्रेचिंग या मसाज से ठीक नहीं होता.
पेट
किडनी की समस्याओं के कारण पेट में भी दर्द हो सकता है.
लक्षण
- निचले पेट में ऐंठन या भारीपन
- अचानक तेज़ दर्द, कभी-कभी मतली के साथ
- पेट में दबाव या फुलनेस का एहसास
क्यों होता है
किडनी संक्रमण, स्टोन या यूरिन रिटेंशन के कारण दबाव पेट में फैल सकता है.
ग्रोइन और पेल्विक एरिया
किडनी से जुड़ा दर्द ग्रोइन या पेल्विक एरिया तक भी फैल सकता है.
लक्षण
- तेज़ या चुभने वाला दर्द
- लगातार हल्का दर्द
- पेशाब के दौरान असुविधा या अचानक पेशाब की इच्छा
क्यों होता है
जब स्टोन या ब्लॉकेज यूरिटर से गुजरता है, तो आसपास की नसें और टिश्यू इरिटेट हो जाते हैं, जिससे ग्रोइन में दर्द होता है.
पैर और पांव
किडनी की खराबी के कारण पैरों, टखनों और पाँव में दर्द या सूजन हो सकती है.
लक्षण
- जांघ में ऐंठन
- टखनों और पांव में सूजन
- जलन या झुनझुनी का एहसास
क्यों होता है
- किडनी शरीर से अतिरिक्त पानी और वेस्ट सही ढंग से नहीं निकाल पाती, जिससे पैरों में सूजन या न्यूरोपैथी हो सकती है.
- छाती और रिब एरिया – कभी-कभी किडनी डैमेज छाती या रिब एरिया में भी दर्द दे सकता है.
किडनी डैमेज सिर्फ पीठ में नहीं बल्कि पेट, ग्रोइन, पैरों और छाती में भी दर्द का कारण बन सकता है. अगर दर्द लगातार हो या पेशाब में बदलाव, रक्त, सूजन जैसी समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. शुरुआती पहचान से किडनी की गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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