पहला जरूरी टेस्ट है एसटीडी टेस्ट. यह उन इंफेक्शन का पता लगाने में मदद करता है जो यौन संबंधों से फैलते हैं. इनमें एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सिफलिस जैसी बीमारियां शामिल हैं. शुरुआती दौर में इनका कोई लक्षण नहीं दिखता, इसलिए पहले से जांच करवाना दोनों की सुरक्षा के लिए जरूरी है.

दूसरा टेस्ट है जेनेटिक कंपैटिबिलिटी टेस्ट. इससे पता चलता है कि कहीं दोनों पार्टनर्स के जीन में कोई ऐसी समस्या तो नहीं जो बच्चे को आनुवंशिक बीमारी दे सकती है. यह टेस्ट भविष्य में बच्चे की सेहत के लिए अहम है.

तीसरा है फर्टिलिटी टेस्ट. आज की भागदौड़ और तनावभरी जिंदगी में कई पुरुषों और महिलाओं को प्रजनन से जुड़ी समस्याएं होती हैं. यह टेस्ट बताता है कि दोनों की फर्टिलिटी नॉर्मल है या नहीं.

इन टेस्ट को करवाने से पहले पार्टनर्स के बीच ईमानदारी और भरोसा भी बढ़ता है. यह किसी पर शक नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का संकेत है. इसलिए अगर आप शादी का विचार बना रहे हैं, तो इन टेस्ट के बारे में एक बार जरूर सोचें.

अअगर शादी के बाद किसी को हेल्थ प्रॉब्लम हो जाए तो रिश्ते में तनाव बढ़ सकता है. इसलिए बेहतर है कि शादी से पहले ही सब कुछ साफ हो जाए.

आजकल यूथ इन बातों को लेकर काफी जागरूक हैं. खासकर शहरों में कपल्स खुलकर ये टेस्ट करवा रहे हैं ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.
Published at : 13 Nov 2025 11:02 AM (IST)