IND vs ENG 5th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मैच के दौरान श्रीलंकाई अंपायर कुमार धर्मसेना की एक हरकत पर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा हुआ है. उनके ऊपर आरोप ये है कि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाड़ियों को DRS लेने से ठीक पहले इशारा करके क्रिकेट के नियमों का उल्लंघन किया है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और फैंस अंपायर की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं.

क्या है पूरा मामला?

यह विवाद भारत की पहली पारी के दौरान उस समय शुरू हुआ जब बल्लेबाज साई सुदर्शन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोश टंग का सामना कर रहे थे. टंग की एक गेंद सुदर्शन के पैड पर लगी और इंग्लिश खिलाड़ियों ने अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. इंग्लैंड के कप्तान और खिलाड़ियों ने DRS लेने से मना कर दिया.

हालांकि, इसके बाद जो रीप्ले सामने आया उसने सभी को हैरान कर दिया है. वीडियो में साफ है कि गेंद साई सुदर्शन के बल्ले को हल्का छूते हुए पैड से टकराई थी. यानी, अगर इंग्लैंड ने DRS लिया होता तो बल्लेबाज आउट हो सकते थे.

अंपायर का इशारा बना विवाद

सबसे बड़ा सवाल धर्मसेना के एक हल्के हाथ के इशारे पर उठ रहा है, जिसे ‘एज’ का संकेत माना जा रहा है. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अंपायर ने गेंदबाज की ओर देखने के दौरान हल्के से हाथ हिलाया, जिसे इंग्लैंड टीम ने शायद एज मानकर DRS नहीं लिया.

 क्या कहते हैं ICC के नियम?

आईसीसी के नियमों के मुताबिक, अंपायर DRS फैसले से पहले बल्लेबाज या गेंदबाज को कोई भी इशारा नहीं कर सकते जिससे वो प्रभावित हों. ऐसे में धर्मसेना की हरकत को फैंस ने ‘अनफेयर असिस्टेंस’ बताया और ट्विटर पर उन्हें जमकर ट्रोल किया. कई फैंस ने यह भी लिखा कि अंपायर कुमार अपना “धर्म” ही भूल गए हैं.

पूर्व अंपायर अनिल चौधरी ने धर्मसेना का बचाव किया

हालांकि, भारत के अनुभवी अंपायर अनिल चौधरी ने धर्मसेना का बचाव किया है. उन्होंने कहा, “हां, यह संभव है कि यह एक अनजाने में हुई गलती हो. अंपायर भी इंसान होते हैं और दबाव में इस तरह की हरकतें हो सकती हैं. इसमें शक है की उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया हो, क्योंकि धर्मसेना बेहद अनुभवी अंपायर हैं.”

उन्होंने आगे यह भी कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन भविष्य में इस पर ध्यान देना जरूरी होगा.





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