Maurya Sheraton: मौर्या शेरटन के नाम से होटल कारोबार चलाने वाली आईटीसी (ITC) के होटल बिजनेस की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग का रास्ता साफ हो गया है. नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने आईटीसी लिमिटेड को होटल बिजनेस अलग करने की मंजूरी दे दी है. आईटीसी ने होटल बिजनेस (Hotel Business) को अलग करने का ऐलान अगस्त, 2023 में किया था. इसके साथ ही डीमर्जर के बाद आईटीसी के शेयरधारकों को होटल बिजनेस कंपनी के शेयर दिए जाएंगे. यह स्वतंत्र कंपनी ज्यादा तेजी से अपने फैसले ले सकेगी. 

एनसीएलटी ने होटल कारोबार को अलग करने की दी मंजूरी 

आईटीसी लिमिटेड ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी कि एनसीएलटी (National Company Law Tribunal) की कोलकाता बेंच ने शुक्रवार को उसे होटल कारोबार को अलग करने की मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा कि एनसीएलटी ऑर्डर की कॉपी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज, पश्चिम बंगाल को देने के बाद यह डीमर्जर स्कीम लागू की जाएगी. उस तारीख के बारे में स्टॉक एक्सचेंज को बाद में जानकारी दी जाएगी. 

आईटीसी होटल्स के शेयर आईटीसी के शेयरहोल्डर्स को मिलेंगे 

इस डीमर्जर स्कीम के तहत सिगरेट से लेकर कई तरह के प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी आईटीसी की आईटीसी होटल्स (ITC Hotels) में 40 फीसदी हिस्सेदारी होगी. आईटीसी होटल्स में 60 फीसदी हिस्सेदारी आईटीसी के शेयरहोल्डर्स को दी जाएगी. इसका फैसला उनकी वर्तमान शेयरहोल्डिंग के अनुपात में किया जाएगा. इस तरह से आईटीसी के शेयरधारकों की आईटीसी होटल्स में भी हिस्सेदारी होगी. 

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से पहले ही मिल गई थी मंजूरी 

आईटीसी शेयरहोल्डर्स ने इस डीमर्जर को जून में मंजूरी दी थी. सरकार समेत सभी हिस्सेदारों और क्रेडिटर्स ने इस प्रस्ताव को बहुमत से मंजूरी दी थी. इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज द्वारा डीमर्जर प्रस्ताव का विरोध करने के बाद इस पर वोटिंग करवानी पड़ी थी. आईटीसी के इस प्रस्ताव को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (Competition Commission of India) से पहले ही मंजूरी मिल चुकी है. आईटीसी ने कहा था कि हमारा होटल कारोबार पिछले कुछ सालों में मजबूत हो चुका है. अब यह अपनी तरक्की खुद कर सकता है. शुक्रवार को आईटीसी के शेयर बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) पर नीचे गिरकर बंद हुए थे.

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