डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अंजलि की दोस्त निधि को जांच में शामिल करने के लिए सुल्तानपुरी पुलिस स्टेशन ले गई। अंजलि की 1 जनवरी की तड़के लगभग 12 किमी एक कार से घसीटने के बाद मौत हो गई थी। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हरेंद्र कुमार सिंह ने आईएएनएस को बताया, पुलिस ने उन्हें जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
पुलिस ने हालांकि साफ किया कि निधि को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। सिंह ने आईएएनएस को बताया, ऐसी खबरें हैं कि निधि को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यहां यह स्पष्ट किया जाता है कि उसे पुलिस ने जांच में शामिल होने के लिए बुलाया है।
एक अधिकारी ने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए एक पुलिस टीम निधि को लेकर आई है। उन्होंने कहा कि घटना की पूरी समयरेखा और आरोपी और चश्मदीद के बयान को जांच के एक हिस्से के रूप में सत्यापित किया जा रहा है।
इससे पहले पुलिस ने निधि का सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान दर्ज किया था। वह अंजलि के साथ थी जब यह घटना उस रात हुई। पुलिस ने छह आरोपियों आशुतोष, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और मनोज मित्तल को गिरफ्तार किया है।
इस बीच, सूत्रों ने यह भी दावा किया कि आरोपियों में से एक दीपक खन्ना वास्तव में पूरे दिन घर पर था और अन्य आरोपियों ने उसे दोष लेने के लिए कहा क्योंकि वह ड्राइविंग लाइसेंस वाला एकमात्र व्यक्ति था।
आरोपी को उनके घर ले जाने के लिए दीपक अपने चाचा का ऑटो रिक्शा भी ले आया। सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि घटना की रात आशुतोष को कार सौंपने के बाद आरोपी दीपक ऑटो रिक्शा में बैठकर निकल गया, लेकिन चालक का चेहरा वीडियो में स्पष्ट नहीं है।
आईएएनएस
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