डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा 15-16 सितंबर को ’महिला उद्यमिताः संभावनाएं और चुनौतियां’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय की महिला उद्यमिता सेल, वाणिज्य और प्रबंधन विभाग ने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस मुंबई (टीआईएसएस), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) तथा कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है। संगोष्ठी का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि सुश्री रश्मि बंसल, प्रसिद्ध लेखिका और महिला उद्यमी करेंगी। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ. पल्लवी राव चतुर्वेदी, महिला उद्यमी गेट सेट पैरेंट्स विथ पल्लवी, श्री प्रदीप करमबेलकर, उद्यमी, विजन एडवाइजरी सर्विस प्रा.लि., श्री सौरभ अग्रवाल, रीजनल हेड, एपीडा दिल्ली, डाॅ. अर्चना सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, टीआईएसएस और डाॅ. ब्रह्म प्रकाश पेठिया, कुलपति आरएनटीयू उपस्थित रहेंगे। संगोष्ठी के समापन अवसर पर (दिनांक 16 सितंबर, 2022) बतौर मुख्य अतिथि श्रीमती स्मिता भारद्वाज, सचिव, मानवाधिकार आयोग, मध्यप्रदेश शासन उपस्थित रहेंगी। वहीं विशिष्ट अतिथि के रुप में डाॅ. पल्लवी राव चतुर्वेदी, महिला उद्यमी गेट सेट पैरेंट्स विथ पल्लवी, डाॅ. राजीव अग्रवाल, सीईओ अनन्या पैकेज प्रा.लि., प्रेसिडेंट एसोसिएशन आॅफ आॅल इंडस्ट्रीज मंडीदीप उपस्थित रहेंगे।

विश्वविद्यालय की प्रो-वाइस चांसलर डाॅ. संगीता जौहरी ने बताया कि देष के उद्यमिता के ईको सिस्टम में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। वैष्विक स्तर पर सामाजिक समस्याओं के हल भी महिला उद्यमियों के द्वारा निकाले जा रहे हैं। इस संगोष्ठी का लक्ष्य महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है।

संगोष्ठी के समन्वयक विश्वविद्यालय के डाॅ. रविन्द्र पाठक, डीन फैकल्टी आॅफ काॅमर्स और डाॅ. प्रीति श्रीवास्तव, डीन फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट ने बताया कि संगोष्ठी में देशभर से लगभग 100 से अधिक शोधार्थी अपने पेपर प्रस्तुत करेंगे। इस मौके पर महिला उद्यमी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाएंगी। संगोष्ठी में डाॅ. नेहा माथुर, सीनियर प्रोफेसर फैकल्टी आॅफ मैनेजमेंट, श्री रोनाल्ड फर्नांडिस, सीईओ एआईसी-आरएनटीयू ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। संगोष्ठी में देषभर से बड़ी संख्या में महिला उद्यमी और शिक्षाविद शामिल हो रहे हैं।



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