डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की आज विदाई समारोह था। इस समारोह का आयोजन संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित किया गया। जहां पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वहां पर उपस्थिति लोगों को संबोधित किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि पांच साल पहले, मैंने यहां सेंट्रल हॉल में भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। मेरे दिल में सभी सांसदों के लिए खास जगह है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ ही दोनों ही सदनों के सभी सांसद भी इस विदाई समारोह में मौजूद रहे। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए विदाई भाषण भी दिए। 

विदाई समारोह में कोविंद ने कही ये बात

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विदाई समारोह में कहा अंबेडकर के सपनों का नया भारत बन रहा है। लोगों को पक्के घर व पानी मिल रहे हैं।स्वच्छ भारत अभियान बेहद अहम है। देशवासियों को सपने का उड़ान मिल रहा है। राजनीतिक दलों को दलगत राजनीति से उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के दिन कई पुरानी स्मृतियां उमड़ रही हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि सांसद और राष्ट्रपति एक ही विकास यात्रा के सहयात्री हैं। हमारा संविधान, हम भारत के लोगों द्वारा अंगीकृत, अधिकृत किया गया है। राष्ट्रपति को संसदीय परिवार के अभिन्न अंग के रूप में देखता हूं।

कोविंद ने कहा कि हम सब संसद रूपी परिवार के सदस्य हैं, जिसमें मतभेद हो सकते हैं। जब पूरे देश के एक विशाल संयुक्त परिवार के रूप में देखते हैं, तो मतभेद दूर करने के लिए कई रास्ते हो सकते हैं। विरोध के लिए तमाम रास्ते हो सकते हैं, लेकिन गांधीवादी ढंग से हो तो ज्यादा बेहतर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस दौरान सरकार के कार्यों की तारीफ भी की।

नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू इस दिन लेंगी शपथ

भारत की नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आने वाले 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद का शपथ लेंगी। वह देश की 15वें व पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगी। शपथ ग्रहण कार्यक्रम रविवार सुबह 10 बजकर 14 मिनट पर शुरू होगा। भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बीते गुरूवार को एनडीए उम्मीदवार रहीं द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी अंतर से हराकर  जीत हासिल की थीं। द्रौपदी मुर्मू ने भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया है।

 





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