लखनऊ3 घंटे पहले
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फिल्म गदर-2 बॉक्स ऑफिस पर गदर मचा रही है। सिर्फ 13 दिन में फिल्म ने 400 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर लिया। गुरुवार को फिल्म के एक्टर उत्कर्ष शर्मा (जीते) और सिमरत कौर (मुस्कान) दैनिक भास्कर के लखनऊ कार्यालय पहुंचे। यहां दोनों ने गदर-2 की जर्नी को शेयर किया। यही नहीं, दोनों फिल्म का टाइटल सॉन्ग उड़ जा काले कावा और चल तेरे इश्क में पड़ जाते हैं… खुद गाया और डांस भी किया। यही नहीं, उत्कर्ष ने फिल्म का फेमस डायलॉग ‘तेरे इतने चीखड़े करेगा.. को भी सुनाया।
एक्ट्रेस सिमरत कौर ने बताया, ”फिल्म जब मुझे मिली, तो तीन दिन तक केवल यह बात मां को पता थी। बहन को बताया, तो वह खुशी से उछल पड़ी। इसके बाद मुझे भी एहसास हुआ कि कितना बड़ा प्रोजेक्ट मिल गया। आधे घंटे तक खुशी के मारे बस रोती रही। उत्कर्ष शर्मा ने बताया कि गदर-2 हीट होने के बाद मेरे पास झोली भरके प्यार आया।”
सनी देओल की USP है कि वह हाइपर रहते हैं? इस पर उत्कर्ष शर्मा ने कहा कि सनी सर स्क्रीन पर जरूर हाइपर हैं। लेकिन, रियल लाइफ में वह बहुत ज्यादा शांत हैं। वह चाहते हैं कि फिल्म का जूनियर आर्टिस्ट भी छक्का मारे। उनके जैसा प्लेयर अगर टीम में रहे तो हर खिलाड़ी शतक लगाएगा। वह सेट पर बहुत ज्यादा मददगार हैं। वह टीम को साथ लेकर चलने में भरोसा रखते हैं।
चलिए, अब आपको बताते हैं कि एक्टर और एक्ट्रेस ने क्या कुछ कहा…
उत्कर्ष शर्मा ने दैनिक भास्कर से गदर-2 से जुड़ी हुई बहुत सारी बातें साझा कीं।
सवाल : सिंगल स्क्रीन को इस फिल्म ने नया जीवन दिया है?
जवाब : सिंगल स्क्रीन देश की नब्ज है। देश की जान है। यहां सिनेमा अगर बढ़ा है, तो सिंगल स्क्रीन की वजह से बढ़ा है। हॉल के अंदर जो माहौल क्रिएट होता है। उस जज्बे के लिए हर डायरेक्टर और एक्टर काम करता है।
हालांकि, फिल्म बनाते वक्त कभी भी सिंगल स्क्रीन या मल्टी स्क्रीन दिमाग में नहीं रहता है। हम बस यह सोचते हैं कि हम देश की जनता के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में जब जनता की बात होती है, तो दर्शक वर्ग सिंगल स्क्रीन के पास है। गदर- 2 ने उनके अंदर देश भक्ति की भावना बढ़ा दी है।
सवाल : आपकी फिल्म ने 400 करोड़ कमा लिए हैं, आपको कुछ मिला?
जवाब : (ठहाके लगाकर दोनों हंसते हुए)…मेरे पास लोगों का झोली भरके प्यार आया है। उससे बढ़कर कुछ नहीं है। बारिश पैसे की होगी, अगर फिल्म का तूफान प्यार का होगा। मौसम प्यार का बनेगा, तो पैसे की बारिश होगी।
हालांकि, एक नए कलाकार के तौर पर हमारे लिए जनता का प्यार ज्यादा जरूरी था। दर्शकों की वजह से काफी प्यार मिला। दर्शकों के साथ मिलकर जो इतिहास रचा जाता है। वह सबसे ज्यादा मायने रखता है। एक बड़ी हिट से 10 फिल्मों को जीवन मिलता है।
उत्कर्ष शर्मा और सिमरत कौर ने ‘चल फिर से बिखर जाते हैं’ गाना गाकर सुनाया।
सवाल : आप लोग यूपी में फिल्म इंडस्ट्री बनाने या यहां कुछ करने के बारे में क्यों नहीं सोचते?
जवाब : बिल्कुल सही कहा आपने…हमारे पिता जी का जन्म ही मथुरा में हुआ है। उनके अंदर रामायण, कृष्णा, महाभारत रमी हुई है। जैसे गदर-1 में राम और सीता की कहानी थी। इसमें अभिमन्यु और अर्जुन पर आधारित कहानी थी।
लखनऊ में फिल्म शूट का अनुभव बहुत अच्छा रहा। योगी सरकार ने काफी सहयोग किया। मुंबई में सड़क मिल पाना मुश्किल होता है। यूपी कला का राज्य है। हमने अपने नानी से बहुत कुछ सीखा यहां के कल्चर को लेकर। ऐसा मौका मिला, तो जरूर कुछ करना चाहेंगे।
सवाल : फिल्म का संगीत पुराना वाला ही है। आपको कौन सा गाना अच्छा लगा?
जवाब : उत्कर्ष हंसते हैं और माइक सिमरत को दे देते हैं। लेकिन, उन्होंने भी हंसते हुए उनसे ही गाने की बात की। अरिजीत सिंह का गाना आया है दिल झुम करके वह काफी पसंद किया जा रहा है। जहां हीरोइन के प्यार में मैं नौकर बनता हूं। उसके बाद गाना यह शौक और शराफ़त सुनाते हैं।
चलिए, अब सिमरत कौर से सवाल और जवाब आपको पढ़वाते हैं..
दोनों ने बताया कि फिल्म को दर्शकों का बहुत सारा प्यार मिला। हमें पैसों की ज्यादा उनके प्यार की कदर है।
सवाल : आपका जब गदर-2 के लिए चुनाव हुआ, तो उस समय आपके भाव क्या थे?
जवाब : (हंसते हुए )…दो महीने तक फिल्म का ऑडिशन चला था। उसके बाद जब ऑफिस पहुंची, तब भी अफवाह फैली थी कि दूसरी लड़की का चयन हो गया है। उसके पास सीधे अनिल शर्मा के पास पहुंच गई। पूछा सर आप अब भी दूसरी लड़कियों से बात कर रहे हैं। निदेशक ने मुझे बुलाया। उसके बाद मिठाई मंगाई और कहा कि घर जाकर चैन से सो जाओ। घर पहुंचने तक मुझे भरोसा नहीं हो रहा था।
मां से कहा कि शायद मेरा चुनाव हो गया। वह बोल पड़ी शायद क्या होता है? या तो हुआ या नहीं हुआ। हमने बताया कि सर ने मिठाई खिलाई है और बताया कि जाकर चैन से सो जाओ। उसके बाद मां ने ऑफिस में फोन किया तो बताया गया कि चयन हो गया। तीन दिन बाद बहन को बताया वह बहुत खुश हुई। तब मुझे भी एहसास हुआ कि बड़ा काम हुआ है। उसके बाद खुशी के मारे करीब 30 मिनट तक रोती रही।
दैनिक भास्कर कार्यालय में दोनों लोग कैमरा मैन को पोज देते हुए।
सवाल : गदर-1 में सनी पाकिस्तान जाते हैं और अमिषा को लाते हैं। इसमें भी आप वही काम कर रहे है?
जवाब : गदर-1 की कहानी आजादी के दौर की थी। जो सादगी वाला दौर था। ऐसे में सनी सर ने कुछ वैसा किया था, लेकिन इसमें दोनों कैरेक्टर अलग हैं। यह 70 के दशक का दौर है। राजेश खन्ना साहब वाला। ऐसे में क्लेवर है, दोनों कैरेक्टर भी इसमें उतने भोले नहीं हैं। फिल्म देखने के दौरान आपको लगा होगा।