मुंबई7 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
2 जुलाई को अजित पवार NCP के आठ विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हुए थे। उनका दावा है कि NCP का बहुमत उनके पास है। इसलिए पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर उन्हें अधिकार मिलना चाहिए।
NCP चीफ शरद पवार की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने शनिवार, 9 सितंबर को कहा कि हमें चुनाव आयोग से न्याय की उम्मीद है। हमसे जो भी पूछा गया था, हमनें उसका ईमानदारी से जवाब दिया है।
कल शरद पवार ने अजित पवार की याचिका पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब भेजा था। इसमें उन्होंने बताया कि पार्टी में कोई फूट नहीं है। वे NCP के अध्यक्ष हैं और जयंत पाटिल प्रदेश अध्यक्ष हैं, जो उनके साथ हैं। ऐसे हालात में अजित गुट पार्टी पर दावा कैसे कर सकता है।
शरद पवार ने पार्टी छोड़कर जाने वाले 9 मंत्रियों समेत 31 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अजित पवार का NCP का अध्यक्ष बनना और पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह घड़ी का इस्तेमाल करना गैर कानूनी है।
NCP के नाम-सिंबल पर शरद-अजित का दावा
दरअसल, अजित पवार ने 30 जून को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर NCP पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किया था। जुलाई 2023 में अजित NCP के 40 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। गठबंधन सरकार में उन्हें डिप्टी CM भी बनाया गया।
अजित ने 5 जुलाई को कहा था- अब मैं NCP चीफ
शरद से अलगाव के बाद अजित ने दावा किया कि NCP का बहुमत उनके पास है। इसलिए उनके गुट के विधायकों पर अयोग्यता की कार्रवाई नहीं हो सकती। 5 जुलाई को उन्होंने शरद पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने का ऐलान किया था। अजित ने खुद को NCP का अध्यक्ष भी बताया था।
चुनाव आयोग ने शरद से 9 सितंबर तक जवाब मांगा था
चुनाव आयोग ने अजित पवार की याचिका पर जवाब देने के लिए शरद पवार को तीन हफ्तों (9 सितंबर) का समय दिया था। हालांकि, आयोग की ओर से मिली मियाद खत्म होने से पहले ही शरद पवार ने मेल के जरिए 8 सितंबर को जवाब दाखिल कर दिया। इसमें उन्होंने अजित के दावों का खंडन किया है।
अजित पवार बोले- साहेब की उम्र हो गई है, रिटायरमेंट लें और आशीर्वाद दीजिए
बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी के MET सेंटर में हुई अजित पवार गुट की बैठक में लगे पोस्टर में NCP का चुनाव चिन्ह घड़ी भी नजर आया।
बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी के MET सेंटर में हुई बैठक में अजित पवार ने कहा- आपकी (शरद पवार की) उम्र ज्यादा हो गई है। राज्य सरकार के कर्मचारी 58 साल में, केंद्र के 60 साल में, भाजपा में 75 साल में रिटायर्ड हो जाते हैं, लेकिन आप 84 साल के हैं। अब आप आशीर्वाद दीजिए।
आपने पहले इस्तीफा दिया, फिर कमेटी बनाई और सुप्रिया सुले को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया। जब इस्तीफा वापस लेना ही था तो दिया ही क्यों था। मैं भी राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं। राज्य की भलाई करने के लिए राज्य प्रमुख का पद होना जरूरी है। तभी मैं महाराष्ट्र की भलाई कर पाऊंगा।
2004 के विधानसभा चुनाव में NCP के पास कांग्रेस से ज्यादा विधायक थे अगर हमने उस समय कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद नहीं दिया होता, तो आज तक महाराष्ट्र में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही मुख्यमंत्री होता।
2024 के चुनाव में भी मोदी जी ही आएंगे। मुझे ऐसा लगता है। काम करने के लिए पद होना चाहिए। 2004 में NCP का आंकड़ा 71 था। मैं उसे इसके आगे ले जाऊंगा। हमें भी सभा लेनी होगी अगर मैं चुप बैठा तो लोग सोचेंगे इसमें कुछ खोट है। मुझ में खोट नहीं है।
ये खबर भी पढ़ें…
शरद ने लगातार दूसरे दिन दोहराया- NCP नहीं टूटी:कुछ लोगों ने अलग राह पकड़ी है
शरद पवार ने 25 अगस्त को कहा- जिन्होंने अलग रुख अपनाया है वे हमारे नेता नहीं हो सकते। इससे पहले उन्होंने अजित को अपनी पार्टी का नेता बताया था।
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार ने शनिवार, 26 अगस्त को लगातार दूसरे दिन अपनी बात दोहराते हुए कहा कि NCP में टूट नहीं हुई है। कोल्हापुर में प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘NCP में कोई टूट नहीं हुई है, ये सही है। मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष हूं और जयंत पाटिल महाराष्ट्र के अध्यक्ष हैं। कुछ लोगों ने अलग राह पकड़ी है।’ पूरी खबर यहां पढ़ें…
महाराष्ट्र कांग्रेस बोली-शरद को BJP से मंत्रीपद का ऑफर:पवार बोले- उनसे लड़ने की रणनीति बना रहा हूं
मुंबई में 16 अगस्त को महाराष्ट्र कांग्रेस की कोर कमेटी की बैठक हुई थी।
अजीत और शरद पवार की सीक्रेट मीटिंग पर कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया था कि BJP से शरद पवार को कैबिनेट मंत्री पद का ऑफर मिला है। उन्होंने कहा कि यही ऑफर देने के लिए अजित और शरद के बीच बैठकें हो रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, BJP ने शरद को केंद्र में कृषि मंत्री बनाने और नीति आयोग के अध्यक्ष पद के साथ बेटी सुप्रिया सुले को मंत्री पद का ऑफर दिया है। इस पर शरद पवार ने कहा- मंत्रीपद की पेशकश की बातों में सच्चाई नहीं है। अजित पवार से राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है। पूरी खबर यहां पढ़ें…